शब्द का अर्थ
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					धन्वंतरि 					 :
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					पुं० [सं० धनु-अंत, ष० त०, धन्वत√ऋ (गति)+इ] १. देवताओं के प्रधान चिकित्सक जिनके संबंध में प्रसिद्ध है कि वे समुद्र मंथन के समय हाथ में अमृत का पात्र लिए हुए उसमें से प्रकट हुए थे। २. विक्रमादित्य के नवरत्नों में से एक।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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